MSW 2nd Sem 4th Paper

समुदाय
1. जब किसी समूह के सदस्य सामान्य उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक निश्चित क्षेत्र में निवास करते हैं तब उस समूह को समुदाय कहा जाता है
2. समुदाय के लोग अपने सदस्यों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए कार्य करते हैं
3. इनमें हम की भावना पाई जाती है 
4. व्यक्तियों का ऐसा समूह जो अपनी सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक समानता के आधार पर एक निश्चित क्षेत्र में निवास करते हैं


समुदाय के प्रकार- 
1. ग्रामीण समुदाय
2. नगरीय समुदाय


सामुदायिक संगठन-
1. सामुदायिक संगठन एक प्रक्रिया है जिसमें समुदाय की आवश्यकताओं समस्याओं कठिनाइयों एवं उपलब्ध साधनो का अध्ययन करके उनका समाधान किया जाता है
2. समुदाय में रहने वाले लोगों द्वारा आपस में मिलकर कल्याण कार्यों की योजना बनाना तथा इसके लिए आवश्यक साधनों को निश्चित करना

समुदाय में सामाजिक कार्यकर्ता की भूमिका
1. मार्गदर्शन 
2. सहायता करना- आवश्यकता एवं समस्याओं को समझने में सहायता करना
3. उपचार- समस्याओं का उपचार करना
4. शोधकर्ता - सामाजिक कार्यकर्ता समय-समय पर समाज की बदलती हुई आवश्यकताओं का शोध करता है उसके अनुसार समाज को जानकारी उपलब्ध कराता है
5. विश्लेषण (जांच) करना - विभिन्न जानकारियों की जांच करना तथा प्राथमिकता तय करना अर्थात कौन सी जानकारी सही रहेगी यह तय करना
6. परियोजना तैयार करना - समस्या के समाधान अथवा आवश्यकताओं की पूर्ति की परियोजना तैयार करना


सामुदायिक कार्य की रणनीति
1. समस्या की पहचान करना 
2. जनसहभागिता की रणनीति- समुदाय के सदस्यों के बीच इस तरह ते सार्वजनिक भागीदारी बनाता है जिसके द्वारा समुदाय के सभी कार्यक्रमों में सभी सदस्य एक साथ भाग लेते हैं
3. नियोजन करना - नियोजन करना अर्थात भविष्य में किया जाने वाला कार्य की योजना बनाएं
4. संसाधनों के उपयोग की रणनीति
5. समुदाय के विकास की रणनीति

सामाजिक क्रिया 
1. सामाजिक क्रिया एक संगठित सामूहिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा सामाजिक समस्याओं को हल किया जाता है तथा समाज कल्याण के लक्ष्यों को आगे बढ़ाएं जाता है
2. इस प्रक्रिया में समाज कार्य को पूरा करने के लिए जनमत का सहारा लिया जाता है
3. यह ऐसी क्रियाएं हैं जो लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होती है तथा जिन्हें कानूनी मान्यता प्राप्त होती है

सामाजिक क्रिया की अवधारणा
1. इसमें समाज कार्य के सिद्धांतों मान्यताओं ज्ञान एवं कौशल का प्रयोग किया जाता है
2. इसका उद्देश्य सामाजिक न्याय एवं सामाजिक कल्याण की प्राप्ति होता है
3. इस क्रिया में अहिंसात्मक ढंग से कार्य किया जाता है
4. इस प्रक्रिया में आवश्यकतानुसार सामाजिक संस्थाओं में परिवर्तन लाने का प्रयास किया जाता है

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